चीन की धमकी- हम अमेरिका से युद्ध के लिए तैयार; कहा- हम पर धौंस जमाने का तरीका काम नहीं करेगा, दबाव बनाने का अनुमान भी गलत

China Threats To US Says We are ready for any type of war with America

China Threats To US Says We are ready for any type of war with America

China-America Tariff War: डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद अमेरिका और चीन में व्यापारिक तौर पर टैरिफ विवाद छिड़ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन पर हैवी टैरिफ लगाने का ऐलान कर चुके हैं। साथ ही ट्रंप लगातार चीन पर तीखी बयानबाजी भी कर रहे हैं। जहां इस बीच अब चीन ने अमेरिका को युद्ध की सीधी धमकी दे डाली है। अमेरिका में चीन के दूतावास ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए कहा है कि, हम अमेरिका से किसी भी युद्ध के लिए तैयार हैं।

चीन की अमेरिका को यह सबसे बड़ी धमकी है

बहराल चीन की अमेरिका को यह सबसे बड़ी धमकी है। खास बात यह है कि, अमेरिका में ही मौजूद चीनी दूतावास ने यह बयान जारी किया है। चीनी दूतावास अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा- ''अगर अमेरिका युद्ध चाहता है, चाहे वह टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो या कोई और युद्ध हो, हम अंत तक लड़ने के लिए तैयार हैं।'' वहीं चीन ने एक अन्य पोस्ट में कहा, चीनी आयात पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ाने का एक तुच्छ बहाना है।

China Threats To US Says We are ready for any type of war with America

चीन ने कहा कि, हमारे प्रयासों को मान्यता देने के बजाय, अमेरिका ने चीन पर दोष मढ़ने और टैरिफ वृद्धि के साथ चीन पर दबाव डालने और उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश की है। यह हमारी समस्या का समाधान नहीं करेगा और हमारे संवाद और सहयोग को कमजोर करेगा। चीन ने कहा कि, अमेरिका की धमकी हमें डराती नहीं है। हम पर धौंस जमाना काम नहीं करता। दबाव, जबरदस्ती या धमकी चीन से निपटने का सही तरीका नहीं है। अगर अमेरिका वाकई मुद्दे को सुलझाना चाहता है, तो सही बात यह है कि वह चीन के साथ परामर्श करे और एक-दूसरे को बराबरी का दर्जा दे।

दबाव बनाने का अनुमान भी गलत

वहीं चीन ने कहा, चीन पर अधिकतम दबाव डालने वाला कोई भी व्यक्ति गलत व्यक्ति को चुन रहा है और गलत अनुमान लगा रहा है। अगर अमेरिका सच में फेंटेनाइल मुद्दे को सुलझाना चाहता है, तो सही बात यह है कि वह चीन के साथ परामर्श करे और एक दूसरे को बराबरी का दर्जा दे। यानि चीन ने साफ कर दिया है कि चाहें टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध या किसी और तरह का युद्ध। अमेरिका से हर युद्ध के लिए चीन दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है। अब देखना होगा कि चीन के इस बयान पर अमेरिका की क्या प्रतिक्रिया होती है।

दुनिया की दो महाशक्ति आमने-सामने

चीन की इस धमकी से अब दुनिया की दो महाशक्ति आमने-सामने हैं और चिंताजनक स्थिति बन गई है। बता दें कि, डोनाल्ड ट्रंप लगातार चीन पर हमलावर रहे हैं उन्होंन सत्ता संभालते ही सबसे पहले कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया था। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि चीन अमेरिका पर ज्यादा टैरिफ लगाता है, ऐसे में अमेरिका भी चीन पर अब बढ़ाकर टैरिफ लगाएगा। जितना चीन टैरिफ लगाएगा उतना ही अमेरिका भी लगाएगा।

दरअसल, अमेरिका अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में चीन के दबदबे को कम भी करना चाहता है और अपनी साख जमाना चाहता है। वहीं ट्रंप चाहते हैं कि चीन के साथ अमेरिका का व्यापार घाटा कम हो। आपको यह भी मालूम रहे कि, अमेरिका और चीन के रिश्ते ज्यादा अच्छे नहीं रहे हैं। खासकर डोनाल्ड ट्रंप के शासन में चीन और अमेरिका में टकराव देखा जाता रहा है।

डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ नीति को लेकर बेहद आक्रमक!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी टैरिफ नीति को लेकर बेहद आक्रमक हनो रखे हैं। डोनाल्ड ट्रंप अपने भाषणों में ये कई बार साफ़ कर चुके हैं कि उन्हें टैरिफ़ शब्द बहुत पसंद है. उन्हें यकीन है कि टैरिफ़ अमेरिका और अमेरिकी लोगों को अमीर बना देगा। अब ट्रंप ने अपने दोस्त और दुश्मन देशों पर टैरिफ़ लगा कर एक नया ट्रेड वॉर छेड़ दिया है।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अपने एक संबोधन में कहा था कि, जो देश अमेरिका पर जितना टैरिफ लगाएगा , अमेरिका 2 अप्रैल से बदले में उस देश पर उतना ही टैरिफ लगाएगा। ट्रंप ने कहा था कि, भारत हम पर 100% से अधिक टैरिफ लगाता है, टैरिफ के बदले हम भी 'Reciprocal Tariff' (परस्पर टैरिफ) लगाएंगे'। यानि अमेरिका ने 'Reciprocal Tariff' की नीति पर चलने की घोषणा कर दी है।